Main to chahta hoon hamesha masoom
bane rehna, magar ye jo zindagi hai samajhdaar kiye jati hai.
Sochta hoon doston ke
khilaaf mukadma kar du,
Isi bahane har taarikh par
mulakaat toh hogi.
Thoda sukoon bhi dhoondiye janab,
Ye zarooratein to kabhi khatam nahi hongi.
Kon kehta hai ki hum jhooth nahi bolte, Ek baar khairiyat toh puch ke dekhiye.
Bahut andar tak jala deti hain,
Wo shikayatein jo bayan nahi hoti.
Lagta hai zindagi khafa hai,
Chaliye chhodiye, konsa pehli dafa hai.
Aaina dekh kar tasalli hui,
humko is ghar mein jaanta hai koi.
Taqleef khud hi kam hogayi,
Jab apno se ummeed kam hogayi.
Thoda rafoo karke dekhiye na,
phir se nayi si lagegi, zindagi hi to hai.
Milta to bahut kuch hai iss zindagi mein,
bas hum ginti usi ki karte hain, jo hasil na ho saka.
Kuch baatein tab tak samajh mein nahi aati, Jab tak khud par na guzre.
Suno... zara raasta to batana,
Mohabbat ke safar se wapsi hai meri.
दवा अगर काम ना आये तो नज़र भी उतारती है
ये माँ है साहब , हार कहां मानती है..!!
Kuch alag karna ho to, bheed se hat ke chaliye, bheed sahas deti hai, magar pehchaan chhin leti hai.
Thoda sa hasake, thoda sa rulake,
Pal ye bhi jaane wala hai.
जरूरत से ज्यादा चाहना
किसी को,
जरूरत से ज्यादा ज़लील कर देता है!.!.
धोखा कभी मरता नहीं...
आज आप दोगे कल आप को मिलेगा... !!
Main diya hoon! meri dushmani to sirf
andhere se hai, hawa to bewajah hi mere khilaf hai.
जरुरत और चाहत में
बहुत फ़र्क है,
कमबख्त इसमें तालमेल बिठाते-बिठाते जिंदगी गुज़र जाती है!.!
सही सब होते हैं आज कल,
इसलिए....
ख़ुद को गलत समझता हूँ!.!
कितनी क़ातिल है ये मेरी
आरज़ू ज़िंदगी की,
मरते है हम तुम पर जीने के लिए!.!
लोग भी कमाल करते हैं,
जवाब जानते हुए
सवाल करते हैं!.!
उसे मोहब्बत में वक़्त चाहिए था, और मुझे हर वक़्त में मोहब्बत !. !
किसी की आदत हो जाना,
मोहब्बत हो जाने से
ज्यादा खतरनाक!!
हम चैन से सो पाए इसलिए
ही वो सो गया,
वो भारतीय फौजी ही था जो आज शहीद हो गया!.!
कुछ इस तरह से जुड़
गये दिलों के धागे,
तुम वहाँ, मैं यहाँ,
दोनों ही आधे आधे!.!
फ़िर एक बार मिलो पहली
बार की तरह,
फ़िर एक बार तुम्हें पहली बार देखना है!.!
अजीब दस्तूर है
मोहब्बत का,
रूठ कोई जाता है,
टूट कोई जाता है!.!
ना जाने कितने रिश्ते ख़त्म
कर दिये इस भ्रम ने,
कि मैं ही सही हूँ और सिर्फ़ मैं ही सही हूँ!.!
अब और कितनी बार मुड़ मुड़ के देखोगे,
इरादा जाने का नहीं है तो लौट आइएगा!.!
ऐसे ही नहीं बन जाते गैरों से
गहरे रिश्ते,
कुछ खालीपन अपनों ने ही दिया होगा!.!
बुरी आदत है कहाँ जाती है,
याद उसकी अभी भी आती है!.!
शिकायतों की पाई पाई जोड़कर
रखी थी मैंने साहब,
उसने गले लगाकर सारा हिसाब बिगाड़ दिया!.!
हँसते हुए लोगो की संगत, इत्र
की दूकान जैसी होती है,
कुछ न खरीदो तो भी, अंतरआत्मा महका ही देती है!.!
जिंदगी का हाल कुछ यूं हो
गया है,
बिना दर्द को छुपाये, हँसे एक जमाना हो गया है!
ये हकीकत बहुत पुरानी है, मोहब्बत दिल की राजधानी है!
मुकम्मल कहानियाँ होती है,
इश्क़ नहीं!.!
उल्फत की बात है जरा
सलीके से कीजिए,
सड़कों पे हाथ पकड़कर मोहब्बत नहीं होती !.!
हम चाय पीकर कुल्हड़
नहीं तोड़ पाते,
दिल तो खैर, बहुत दूर की बात हैं!.!
मेरी खुशी के लिये वो शख्स टूट
जाया करता था,
मुझे मनाने के लिये मुझसे रूठ
जाया करता था!.!
खुद को किसी की अमानत
समझकर,
हर वक़्त वफादार रहना भी इश्क हैं!.!
मैं तेरी सोच में भी नहीं,
तू मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है!.!
तुम्हें दिल में रखा था,
जरा सा दिल ही रख लेते!
मेरा लिखना और तेरा पढ़ना,
उफ्फ कितना पढ़ा लिखा
इश्क़ है अपना!
कैसे बयां करूँ ये संध्या
मोहब्बत की,
तेरे इंतजार में सिर्फ तारीखें बदलती हैं! .!
मुझे किसी ने पूछा दर्द की
कीमत क्या है,
मुझे नहीं पता मुझे तो मुफ्त
में दे जाते है!.!
जो चाहो वो हर बार
मिल जाए,
तो जिंदगी और ख्वाब
में फर्क ही कया है!
गजब की मोहब्बत थी उसकी
आँखों वो में,
महसूस तक नहीं होने दिया
कि वो छोड़ने वाला है!
कोई अजनबी खास
हो रहा है,
लगता है फिर से मुझे प्यार हो रहा है!
हमें देख कर जब उसने मुँह
मोड़ लिया,
एक तसLली हो गयी चलो पहचानते तो हैं! . !